जागरणसंवाददाता,देहरादून।देशमेंउपजेकोयलासंकटकेबीचउत्तराखंडमेंभीबिजलीकिल्लतकाखतरामंडरारहाहै।गनीमतहैकिफिलहालउत्तराखंडमेंस्थितिविकटनहींहुईहै।बिजलीआपूर्तिसामान्यबनाएरखनेकेलिएऊर्जानिगमभीअपनेस्तरपरप्रयासकररहाहै।मंगलवारकोनिगमनेनार्दर्नएक्सचेंजसे2.7मिलियनयूनिट(एमयू)बिजलीखरीदी।हालांकि,इसकेबावजूदप्रदेशमें1.6एमयूकीकमीबरकराररही।जिसकेलिएग्रामीणक्षेत्रोंमेंकटौतीकीगई।प्रदेशमें41.3एमयूकीडिमांडकेसापेक्षउपलब्धता39.7एमयूरही।
उत्तराखंडमेंभीबिजलीसंकटमंडरारहाहै।यहांनदियोंकेजलस्तरमेंगिरावटआनेसेजलविद्युतपरियोजनाओंसेउत्पादनभीघटनेलगाहै।वहीं,केंद्रीयपूलसेआवंटितहोनेवालेकोटेकीभीपर्याप्तबिजलीनहींमिलरहीहै।इसकेअलावाप्रदेशमेंबिजलीआपूर्तिकोलेकरयहभीचुनौतीहैकिकेंद्रीयपूलसेअतिरिक्तबिजलीखरीदनाऊर्जानिगमकेलिएमुश्किलहोगयाहै।राष्ट्रीयस्तरपरबिजलीकेदामोंमेंहुईबढ़ोत्तरीकेकारणपर्याप्तबिजलीनहींखरीदीजारहीहै।हालांकि,मंगलवारकोऊर्जानिगमनेराष्ट्रीयएक्सचेंजसेकरीबसाढ़ेसातरुपयेप्रतियूनिटकीदरसे2.7एमयूबिजलीखरीदी।इसकेअधिकदरपरबिजलीखरीदनिगमकेलिएसंभवनहींहै।
यहरहीप्रदेशकीस्थिति
जिंदलवटाटापावरसे3.2एमयूबिजलीमिली
ऊर्जानिगमकेअधिशासीअभियंता(संचालन)गौरवशर्मानेबतायाकिजिंदलपावरप्लांटसे2.4एमयू(100मेगावाट)वटाटापावरसे1.8एमयूकाअनुबंधअक्टूबरकेलिएकियागयाथा।हालांकि,अनुबंधकेसापेक्षमंगलवारकोबिजलीनहींमिलसकी।जिंदलपावरप्लांटसे2.4एमयूबिजलीमिलीहै,जबकिटाटापावरसेमहज0.8एमयूबिजलीहीप्राप्तहुई।उम्मीदकीजारहीहैकिजल्दहीटाटापावरसेभी1.8एमयूबिजलीमिलनेलगेगी।
ग्रामीणइलाकेबिजलीकटौतीसेहलकान
प्रदेशमेंबिजलीकीकमीकेचलतेऊर्जानिगमकईइलाकोंमेंअघोषितकटौतीकररहाहै।शहरोंमेंजहांरोजानाएकसेडेढ़घंटेबिजलीकाटीजारहीहै।वहीं,ग्रामीणक्षेत्रोंमेंचारसेछहघंटेकटौतीकीजारहीहै।हरिद्वारकेकरीबसाढ़ेतीनसौगांवोंमेंमंगलवारकोकरीबपांचघंटेबिजलीगुलरही।इसकेअलावाऊधमसिंहनगर,देहरादून,रुड़कीऔरहल्द्वानीमेंकईइलाकोंमेंबिजलीकटौतीकीगई।औद्योगिकक्षेत्रोंमेंबिजलीआपूर्तिसुचारूबनाएरखनेकाप्रयासकियाजारहाहै।
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