• Home
  • संरक्षण केंद्र के बाहर गोवंश की मौत, व्यवस्था को आईना

संरक्षण केंद्र के बाहर गोवंश की मौत, व्यवस्था को आईना

जागरणसंवाददाता,बलिया:एकतरफप्रदेशसरकारनिराश्रितगोवंशियोंकेसंरक्षणकेनामपरपानीकीतरहपैसाबहारहीहै।वहींस्थानीयस्तरपरव्यवस्थाकेमारेबेजुबानरोजमौतकेमुंहमेंसमारहेहैं।निराश्रितपशुओंकीसुरक्षाकेदावोंकेबीचनगरपालिकाक्षेत्रकेबहादुरस्थितगोशालाकेआगेपिछलेदोदिनसेमरीपड़ीगायव्यवस्थाकोआईनादिखारहीहै।हैरतकीबातयहहैकिइसकीजानकारीहोनेकेबादभीनगरपालिकाकेकर्मचारीयाअधिकारीध्याननहींदेरहेहैं।

शहरकेबहादुरपुरस्थितनपाकेगोशालामेंव्याप्तअनियमितताकिसीसेछिपीनहींहै।यहांकेपशुओंकेमरनेयागायबहोनेकीसूचनाआमबातहै।यहांतककियहांरखेगएपशुओंकोभरपेटभोजनतकनसीबनहींहोपाताहै।वहींरख-रखावकीदु‌र्व्यवस्थातोजगजाहिरहै।लोगोंकाकहनाहैकिअधिकारियोंकीउदासीनतावबदइंतजामीसेआएदिनयहांकेपशुसड़कपरमरेपड़ेमिलतेहैं।

स्थानीयलोगोंनेबतायाकिशिकायतकेबादभीनपाकेअधिकारीवकर्मचारीध्याननहींदेतेहैं।सरकारनिराश्रितगोवंशियोंकोसुरक्षाप्रदानकरनेवदेख-रेखकेलिएखोलेगएगोसंरक्षणकेंद्रोंकेलिएबकायदागाइडलाइनजारीकररखाहै।बावजूदइसगोशालाकीस्थितिबदतरबनीहुईहैजोसरकारकीमंशापरपानीफेररहाहै।यहांकेहालातकोदेखकरगोसंरक्षणकेंद्रनहीं,अपितुकसाईकेंद्रकाभानहोताहै।फिरभीजिम्मेदारकागजोंमेंइसगोआश्रयकेंद्रोंकोऑलइजवेलबतानेसेबाजनहींआरहेहैं।दु‌र्व्यवस्थाकाशिकारगोपालपुरगोआश्रयकेंद्र

जासं,चिलकहर:स्थानीयब्लाकक्षेत्रकेगोपालपुरस्थितअस्थायीगोआश्रयस्थलपरसमस्याओंकाअंबारलगाहै।इसकेंद्रमेंमौजूदबछड़ोंवगायोंकीदेख-रेखकासमुचितप्रबंधनहींहै।भूसावचाराकीव्यवस्थानहींहोनेसेयहांकेगोवंशीआस-पासलगीधानकीफसलोंकोहीआहारबनारहेहैं।इससेकिसानभीकाफीपरेशानहैं।इसकेइतरयहांगंदगीकाअंबारभीअसलियतबयांकरनेकेलिएपर्याप्तहै।प्रदेशसरकारकेनिर्देशपरगोआश्रयस्थलोंकीव्यवस्थाकीजिम्मेदारीब्लाककर्मचारियोंकोसौंपीगईहै,परअधिकारीकेवलखानापूर्तिकरअपनीजिम्मेदारीपूरीकरलेरहेहैं।