मुजफ्फरपुर,जासं।एकतरफहमपानीकीकिल्लतकासामनाकरतेहैंतोदूसरीतरफजलजमावकीपीड़ा।दोनोंसंकटएकहीप्रयाससेदूरहोसकतेहैैं।यदिहमजलसंचयकेउपायोंपरध्यानदें।ऐसाजलप्रबंधनकरेंकिबारिशमेंजमाहोनेवालेपानीकोधरतीकेपेटमेंपहुंचादें,लेकिनइसकेलिएशासन-प्रशासनकोमिलकरकामकरनाहोगा।जलप्रबंधनकीयोजनाबनानीहोगी।बारिशकेपानीकेसाथ-साथलोगोंकेघरोंसेनिकलनेवालेपानीकोभीसंचितकरधरतीकीप्यासबुझानेकाकामकरसके।येबातेंदैनिकजागरणकेसहेजलोहरबूंदअभियानकेदौरानप्रबुद्धलोगोंनेचर्चामेंकहीं।
समाजसेवीविजयकुमारशर्मानेकहाकिशहरकेचारोंतरफबेकारपड़ीजमीनपरपोखरएवंतालाबखोदाजानाचाहिए।यदिपहलेसेकोईप्राकृतिकजलस्रोतहैतोउसेङ्क्षजदाकियाजानाचाहिए।उसकेबादबारिशकेजमापानीकोउसमेंएकत्रकियाजानाचाहिए।इसकादोहरालाभमिलेगा।प्रो.अजयकुमारश्रीवास्तवनेकहाकिशहरबूढ़ीगंडकनदीकिनारेबसाहै।यदिनदीकिनारेतीन-चारजगहोंपरवाटरट्रीटमेंटप्लांटलगाकरबारिशकेजमापानीकोउपचारकरनदीमेंडालाजाएतोइसकालाभशहरवासियोंकोमिलेगा।
शास्त्रीनगरनिवासीदीपककुमारनेकहाकिशहरकेबीचो-बीचसिकंदरपुरमनवसीमासेसटेमनिकामनकोविकसितकिया।शहरमेंजमापानीकोवहांतकउपचारकरपहुंचादियाजाएतोमनभीकभीनहींसूखेगाऔरधरतीकीप्यासभीबुझेगी।युवासमाजसेवीरोहितकुमारनेकहाकिशहरकेसभीसरकारीएवंगैरसरकारीकार्यालयों,खेलमैैदानों,पार्कोंवसार्वजनिकस्थलोंपरसोख्तापिटकानिर्माणकियाजाएतोबारिशकापानीउसकेमाध्यमसेजमीनमेंचलाजाएगा।इसप्रकारजलजमावभीनहींहोगाऔरभू-जलकासंचितभंडाररीचार्जहोजाएगा।