गरीबकीरसोईसेधुआंहटरहाहै..मेरादेश..मेरादेश..मेरादेशबदलरहाहै,आगेबढ़रहाहै..''नरेंद्रमोदीसरकारकेदोसालपूराहोनेपरउपलब्धियोंकाबखानकरनेकेलिएबनायागया2.46मिनटकायहगीतजनताकीजबानपरचढ़ानेकीकोशिशेंजारीहैं.लेकिनजिसप्रधानमंत्रीउज्ज्वलायोजनाकेजरिएधुआंहटानेकादंभभराजारहाहै,उसकीएकबानगीदेखिए.बिहारकेनवादाजिलेकाकालीपुरगांवधुआंरहितघोषितकियाजाचुकाहै,लेकिनउज्ज्वलाकेतहतमिलेगैसकनेक्शनकेबावजूदकालीपुरगांवकीकिरणदेवीखानाबनानेकेलिएहररोजउपलेऔरचुनीहुईलकडिय़ोंकाइस्तेमालकरतीहैं.पतिप्रमोदमिस्त्रीकीआमदनीसेघरेलूजरूरतेंभीपूरीनहींहोपातीथीं,इसलिएगैसकनेक्शननहींलेपाईथीं.अबवेकहतीहैं,''कनेक्शनतोमुफ्तमिलगयाहै,लेकिनसिलेंडरखत्महोनेपरइक-ड्ढेपांच-छहसौरुपएलगजाएंगे,इसलिएगैसबचाकरचलतेहैंऔरकोशिशरहतीहैकिगोबरयाचुनीहुईलकडिय़ोंकाज्यादाइस्तेमालकरूं.''
गैसबचानेकेपहलूकेअलावागरीबोंकीमजबूरीभीहै,जोउन्हेंसाहूकारोंकेचंगुलमेंफंसानेलगीहै.उत्तरप्रदेशकीराजधानीलखनऊसे40किमीदूरकठवारागांवकामामलालीजिए.इसदलितबहुलगांवकेपूर्वीकोनेपरस्थितएकझोंपड़ीमें35वर्षीयापुष्पागौतमकेघरपिछली10जुलाईकोपहलीबारगैसकाचूल्हाजला.पतिराजूएकपैरसेविकलांगहैंऔरमजदूरीकरबमुश्किलतीनबच्चोंसमेतपांचलोगोंकापेटभरपातेहैं.कोयलेकेधुएंकीवजहसेदमेकीबीमारीसेग्रस्तपुष्पाकोउम्मीदथीकिअबधुएंसेनिजातमिलजाएगी.लेकिनजबपिछलेहक्रतेसिलेंडरखत्महोगयातोगैसभरवानेकेलिए530रु.काजुगाड़करनेकासंकटखड़ाहोगया.गोमतीमेंबाढ़कीवजहसेराजूकीमजदूरीबंदथी,कोईचारानहींबचातोपुष्पानेगांवकेहीएकसाहूकारसेमजदूरीकेएडवांसकेतौरपर550रु.उधारलेकरदूसरेसिलेंडरकाबंदोबस्तकिया.वेबतातीहैं,''हमजैसेगरीबोंकेपासदूसरासिलेंडरलेनेकीकुव्वतनहींहै.किसीतरहपैसोंकाजुगाड़करनेकेलिएफिरसेसाहूकारोंकेचंगुलमेंफंसरहेहैं.''इसगांवकेज्यादातरगरीबपरिवारोंकेसामनेरीफिलिंगकरानेकेलिएइसीतरहकीचुनौतीहै.लेकिनइसयोजनाकासकारात्मकपहलूभीहैजोगरीबपरिवारोंमेंउत्साहकासंचारकररहाहै.कालीपुरगांवकेजितेंद्रचंद्रवंशीकापरिवारउज्ज्वलायोजनाकोवरदानमानरहाहै.उनकीपत्नीसीमाकहतीहैं,''परिवारके15सदस्योंकाखानाबनानेमेंरोजाना25-30रुपएकीलकड़ीखर्चहोतीथी.गैसकनेक्शनसेपरेशानीकमहुईहै.सिलेंडर25दिनहीचलताहैलेकिनउपलेऔरलकड़ीभीउपलब्धहै.''ऐसेमेंसवालउठताहैकिअभीतकउज्ज्वलाकेजोलाभार्थीगरीबपरिवारधुएंकेबीचनरकभरीजिंदगीजीरहेहैं,क्याउनकेघरोंसेसचमुचधुआंछटपाएगा?
छोटेसिलेंडरसेहोगासमाधान?
दरअसल,उज्ज्वलायोजनामेंआरहीइनसमस्याओंकीमूलवजहगांवोंमेंपरंपरागतईंधनकीसहजउपलब्धताहै.जरूरतकेहिसाबसेलोगकेरोसिन,कोयला,लकड़ी,उपलेआदिकाइस्तेमालकरलेतेहैं,जबकिएलपीजीकेलिएएकमुश्तराशिदेनीपड़तीहै.लेकिनसरकारकेगणितकेमुताबिकलकड़ीआदिकाइस्तेमालएलपीजीकेमुकाबलेमहंगाहै.पेट्रोलियममंत्रालयकेएकअधिकारीकेमुताबिक,प्रतिपरिवारएकसालमेंऔसतनखपत6सिलेंडरहैऔरउसकीकीमतनिकालीजाएतोयहकरीब9रुपएरोजानाबैठतीहै.मंत्रालयइसयोजनाकोपरंपरागतईंधनकेमुकाबलेबेहदकिफायतीमॉडलकेतौरपरपेशकररहाहै.केंद्रीयपेट्रोलियममंत्रीधर्मेंद्रप्रधानइंडियाटुडेसेकहतेहैं,''यहबातसहीहैकिमहीने-दोमहीनेमें450-500रु.खर्चकरनागरीबोंकेलिएचुनौतीहै.लेकिनयहसमस्यानहींहै,मैंइसेचुनौतीमानताहूंजिसपरहमारीतेलकंपनियांकामकररहीहैं.भविष्यमेंहोसकताहैकिलोगोंकीजरूरतऔरमांगकेहिसाबसेसिलेंडरकाआकारछोटाहोजाए.लेकिनउससेपहलेहमचाहतेहैंकिकनेक्शन80-85फीसदीपरिवारोंतकपहुंचजाए,फिररीफिलिंगकीचुनौतीकेलिएदीर्घकालिकरणनीतिबनाएंगे.''उनकादावाहैकिउज्ज्वलाके60फीसदीलाभार्थीरीफिलिंगकरानेलगेहैं.
कैसेबनीउज्ज्वलाकीरणनीति
केंद्रमेंबीजेपीकीसरकारबननेकेबादसब्सिडीकोसीधेखातेमेंहस्तांतरितकरनेकीपहलशुरूहुई,जिसकेजरिएफर्जीकनेक्शनोंकोरोकनेकाअभियानचलाऔरसरकारने21,000 करोड़रु.बचाए.इसकेबाद27मार्च,2015कोपेट्रोलियममंत्रालयकेऊर्जासंगमकार्यक्रममेंप्रधानमंत्रीनरेंद्रमोदीने'गिवइटअप'कीअपीलकी.उन्होंनेसंपन्नलोगोंसेएलपीजीकीसब्सिडीछोडऩेकीअपीलकी,लेकिनप्रधानकेमुताबिक,प्रधाननमंत्रीनेउसकार्यक्रममेंजोकहाकि''गिवइटअपसेजोपैसाबचेगावहसरकारकीतिजोरीमेंनहींबल्किगरीबोंकोदूंगा,''वहींसेउज्ज्वलायोजनाकाढांचाबनगया.
लेकिनतथ्ययहहैकियूपीएसरकारनेसब्सिडीहस्तांतरणकेलिएडीबीटीयोजनाशुरूकीथी,परसुप्रीमकोर्टकीओरसेआधारकार्डकोलेकरदिएगएफैसलेसेमामलाअटकगया.उसवक्तपेट्रोलियमपदार्थोंकीकीमतअंतरराष्ट्रीयबाजारमेंकाफीऊपरथी.मोदीसरकारकेवक्तयहअचानककाफीनीचेआगई,जिसकाफायदाउठाकरसरकारनेसामाजिकयोजनाकीनींवरखी.पहलेसेबचेपैसेकाइस्तेमालसरकारनेगरीबोंकोरसोईगैसकनेक्शनदेनेकेलिएकिया.इसमेंतेलकंपनियोंकेसीएसआरफंडसे1,000करोड़रु.पूलकियागयाऔरकरीब65लाखनएकनेक्शनबांटेगए.बीपीएलपरिवारोंमेंउत्साहदेखनेकेबादसरकारनेइसेएकठोसयोजनाकेतौरपरआगेबढ़ानेकीरणनीतिबनाईताकिउसकाराजनैतिकलाभभीउठायाजासके.इसीसालजनवरीऔरफरवरीमेंघर-घरतककनेक्शनपहुंचानेकीयोजनातयहुई.आनन-फाननमेंअगलेतीनसालकेलिए8,000करोड़रु.काबजटप्रावधानहुआ.10मार्चकोकैबिनेटकीमंजूरी,31मार्चकोअधिसूचनाकेबाद1मईकोइसेलॉन्चकरदियागया.लेकिनइसयोजनाकोजमीनपरप्रभावीबनानेकेमकसदसेतेलकंपनियोंकेयुवाअधिकारियोंकोहरजिलेमेंनोडलऑफिसर(डीएनओ)केतौरपरतैनातकरदियागया.उनकाकामवितरकोंसेसमन्वयकरलक्ष्यकेमुताबिककनेक्शनबांटनाहै.
कहींसमस्याएंतोकहींखुशी
इसमेंसंदेहनहींकियोजनाकोलेकरगरीबोंमेंउत्साहहै,लेकिनज्यादातरकीसमस्यारीफिलिंगकोलेकरहीहै.हालांकिकईजगहअभीभीकनेक्शननहींमिलनेसेलोगोंमेंनाराजगीहै.बिहारकेनवादाजिलेकेभरोसागांवकेइंद्रदेवपासवानडेढ़महीनेसेउम्मीदलगाएएजेंसीकेचक्करकाटरहेहैंतोलखनऊकेपासदलितबहुलशिवपुरीगांवमें80फीसदीआबादीबीपीएलहैलेकिनआर्थिकजनगणनाऔरआधारकार्डकेनामोंमेंअंतरकीवजहसेलोगोंकोकनेक्शननहींमिलरहे.इसगांवमेंअभीतकएकभीकनेक्शनजारीनहींहोपायाहै.डाटाकीगड़बड़ीसेलोगपरेशानहैंऔरपात्रताकेबावजूदछंटनेकाडरसतारहाहै.लेकिनपेट्रोलियममंत्रीकीदलीलहैकियहआंकड़ाराज्योंनेहीतैयारकियाहैऔरइसीकेआधारपरलोगोंकोकनेक्शनदिएजारहेहैं,जबकिमध्यप्रदेशकीराजधानीभोपालमेंभीलोगगफलतमेंहैं.लोगइसेमुफ्तयोजनामानरहेहैंजबकिसिर्फकनेक्शनमुफ्तहैऔरचूल्हेकेसाथपहलेसिलेंडरकीकीमतउपभोक्ताकोअदाकरनीपड़तीहै.भोपालकेनिकटबालमपुरकीरेखाबाईकहतीहैं,''सिलेंडरकेलिएदो-दोहफ्तेकाइंतजारकरनापड़रहाहै.''लेकिनबिहारकेसीमावर्तीरक्सौलप्रखंडकेजोकियारीगांवकीरामावतीकहतीहैं,''अबउपलेकमबनतेहैं,भूसा,पुआलपरनिर्भररहतेथे,लेकिनयहयोजनावरदानबनगईहै.सिलेंडरकेइस्तेमालसेकेरोसिनकीभीखपतइसमहीनेएकलीटरकमहुईहै.''इसीगांवकीमहिलालछमिनियासिरपरघूंघटरखेकहतीहैं,''अबझटसेखानाबनजाताहै.पहलेमेहमानकेआनेपरकाफीदिक्कतहोतीथी.गैसकेआजानेसेसमयऔरजलावन,दोनोंकीबचतहोरहीहै.''
केरोसिनकोटेमेंहोगीकटौती
एलपीजीकीसुविधाघर-घरतकपहुंचानेकेलक्ष्यकेसाथसरकारकेरोसिनकीसब्सिडीकोखत्मकरनेकीरणनीतिपरकदमबढ़ाचुकीहै.गांवोंमेंइसकाइस्तेमालरोशनीऔरखानापकानेकेलिएहोताहै.प्रधानकहतेहैंकिदोसब्सिडीएकसाथनहींमिलसकती.लेकिनजिसघरमेंईंधनऔररोशनीकीवैकल्पिकव्यवस्थानहींहै,वहांमिलेगी.सरकारइसेभीनकदहस्तांतरणयोजनामेंशामिलकरनेजारहीहै.अक्तूबरसेझारखंडकेछहजिलोंमेंइसेपहलेपायलटप्रोजेक्टकेतौरपरशुरूकियाजाएगा.केंद्रसरकारनेराज्योंकोकेरोसिनकोटेमेंकटौतीकरनेकेलिएप्रोत्साहनयोजनाशुरूकीहै.इसमेंसब्सिडीसेहोनेवालीबचतकी75फीसदीरकमराज्योंकोवापसदीजाएगी.इससाल5फीसदीकोटाकमभीकियाजाचुकाहै,जबकिहरियाणा,तेलंगाना,कर्नाटकनेस्वैच्छिककटौतीकीइच्छाजतादीहै.
सियासतकीरोटी!
पेट्रोलियममंत्रीउज्ज्वलायोजनासेकिसीभीराजनैतिकलाभसेइनकारकरतेहैं.उनकामाननाहैकियहयोजनासामाजिक-राजनैतिकबदलावकीनजीरबनेगी.इससेमहिलासशक्तिकरणऔरपर्यावरणकीसुरक्षाकेअलावास्वास्थ्यखर्चमेंकमीआएगी.खानाबनानेमेंलगनेवालासमयबचनेसेउसेदूसरेउत्पादककामोंमेंलगायाजासकेगा.मोदीसरकारकीयहपहलीऐसीयोजनाहैजोयूपीएसरकारकीमनरेगाकीतरहप्रत्यक्षरूपसेघरतकपहुंचनेवालीहै.इसलिएसरकारनेइसे2019केआमचुनावसेपहलेतक5करोड़बीपीएलपरिवारोंतकपहुंचानेकालक्ष्यरखाहै.बीजेपीइसेचुनावमेंप्रचारितकरेगीकि1955मेंदेशमेंपहलीबारआईएलपीजीवाजपेयीसरकारसेपहलेतकबड़ीदुर्लभचीजहुआकरतीथी.लेकिनमोदीसरकारनेइसेहरगरीबतकपहुंचानेकालक्ष्यलिया.इसयोजनाकोलागूकरतेवक्तजबसरकारनेसामाजिकआर्थिकजनगणनाकेआंकड़ेदेखेतोउसेअपनासामाजिकआधारबढ़ानेकाफॉर्मूलाभीदिखा.देशभरमेंइसयोजनासेलाभलेनेवालेलोगोंमें40फीसदीएससी-एसटीहैं,जबकिअकेलेउत्तरप्रदेशमें45फीसदीदलितपरिवारइसकेलाभार्थीहोंगे.इसलिएइसयोजनाकीशुरुआतयूपीकेबलियासेकीगई.प्रधानकेशब्दोंमें,''इसयोजनाकेपीछेहमारेआदर्शपं.दीनदयालउपाध्यायकाएकात्ममानवदर्शनहैक्योंकिकेंद्रमेंउनकीविचारधाराकीसरकारहै.''सोसरकारनेइसयोजनाकेवितरणमेंप्रबुद्धलोगोंकेसाथनिर्वाचितप्रतिनिधियोंकोजोड़ाहै.आजादीके70सालकेमौकेपरस्वतंत्रतासेनानियोंकेहाथोंभीइसेबंटवाया.
प्रधानमंत्रीनरेंद्रमोदीनेजबबीती1मईकोयूपीकेबलियासेइसयोजनाकाशुभारंभकियातोउन्होंनेकहाथा,''एकगरीबमांलकड़ीसेचूल्हेपरखानाबनातीहैतोएकदिनमें400सिगरेटकेबराबरधुंआउसकेअंदरजाताहै.बच्चेउसीधुएंमेंखानाखानेकोमजबूरहोतेहैं.मैंइसजिंदगीकोबचपनमेंजीकरआयाहूं,इसलिए5करोड़गरीबपरिवारोंकोरसोईगैसदेनेकाफैसलाकिया.''लेकिनएकबाररसोईगैसदेनेसेघरक्याधुआंमुक्तहोजाएगा?पुष्पा,किरणजैसीगृहिणियांआार्थिकसंकटसेहरमहीने-दोमहीनेमेंजूझतीहैं.सरकारनेदीर्घकालिकमुकम्मलतैयारीनहींकीतोकहींऐसानहोकिउज्ज्वलायोजनावनटाइमगिक्रटबनकररहजाए.
(साथमेंआशीषमिश्र,अशोककुमारप्रियदर्शी,कुणालप्रतापसिंहऔरशुरैहनियाजी)