जागरणसंवाददाता,हापुड़
प्याज,लहसुन,मिर्चवधनियाकीखेतीकरनेकेलिएकिसानोंकोप्रोत्साहितकियाजाएगा।किसानोंकोइनफसलोंकीखेतीकरनेपरलागतमें40प्रतिशततककाअनुदानदियाजाएगा।किसानोंकेचयनकीप्रक्रियाभीशुरूगईहैं।किसानोंकोपहलेआओ-पहलेपाओकेअंतर्गतयोजनाकालाभदियाजाएगा।राष्ट्रीयकृषिविकासयोजनाकेअंतर्गतसामान्यवअनुसूचितजातिकेकिसानोंकोप्याज,लहसुन,मिर्चवधनियाकीखेतीकराईजाएगी।
उद्याननिदेशालयनेकिसानोंकेलिए125हेक्टेयरलक्ष्यआवंटितकियाहै।किसानोंकोयोजनाकालाभलेनेकेलिएकृषिविभागकीवेबसाइटडब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूडॉटयूपीएग्रीकल्चरडाटकामपररजिस्ट्रेशनकरानाअनिवार्यहै।ऑनलाइनआवेदनकरनेवालेकिसानोंकोपहलेआओपहलेपाओकेअंतर्गतयोजनाकेलिएलाभांवितकरनेकीयोजनाहै।जिलाउद्यानअधिकारीएसकेशर्मानेबतायाकिकृषिविभागवेबसाइटपरपंजीकृतकिसानयोजनाकालाभलेसकतेहैं।उन्होंनेबतायाकिप्याज,लहसुन,मिर्चवधनियाकीखेतीकरनेकेलिएप्रतिहेक्टेयर30हजारकीलागतआतीहै।लागतपर40प्रतिशतयानि12हजाररुपयेबतौरअनुदानदेनेकीव्यवस्थाहै।
इनकेउत्पादनपरमिलेगालाभमिर्च30हेक्टेयरप्याज60हेक्टेयरलहसुन20हेक्टेयरधनिया15हेक्टेयरकुलयोग125हेक्टेयरनोट-अनुदान12हजाररुपयेप्रतिहेक्टेयरदियाजाएगा।