संवादसहयोगी,जालौन:क्षेत्रकेकिसानधानकीफसलकोबेचनेकेलिएदर-दरभटकरहेहैं।नगरमेंआजतकधानकाखरीदकेंद्रनखुलनेसेकिसानोंकोउनकीउपजकासहीमूल्यनहींमिलपारहाहैजिससेउनमेंआक्रोशपनपरहाहै।
क्षेत्रकाकिसानखूनपसीनाएककरखेतोंमेंफसलउगाकरजबबाजारमेंबेचनेजाताहैतोउसकोउसकीउपजकाउचितमूल्यनहींमिलपाताहै,जिससेउसकीकमरटूटतीजारहीहै।किसानोंनेइसवर्षधानकीखेतीकरअपनेनुकसानकीभरपाईकियेजानेकेलिएदिनरातएककरकड़ीमेहनतकीथीलेकिनउसेअपनीउपजकासहीमूल्यनहींमिलपारहाहै।नगरमेंअभीतकसरकारीक्रयकेंद्रस्थापितनहींकियागयाजिसकेचलतेकिसानकोअपनीफसलआधेदामोंपरबेचनीपड़रहीहै।किसानराकेशकुमार,देवीशंकर,रामकुमार,भरतलाल,गोपालनेकहाकिअगरजल्दहीसरकारीक्रयकेंद्रनहींखुलातोवहआंदोलनकरनेकोमजबूरहोजायेंगेक्योंकिउनकामालआधेपौनेदामोंमेंखरीदाजारहाहै।जिससेउसकीलागतभीनहींनिकलरहीहै।
क्याबोलेजवाबदेह
एककेंद्रखोलेजानेकीसूचनाप्राप्तहुईथीलेकिनजिसकंपनीकेकेंद्रखोलेजानेकीसूचनाथीवहअभीतकनहींआई।इसप्रकारकीलापरवाहीकेचलतेनुकसानतोकिसानोंकाहोरहाहै।इसदिशामेंजल्दकदमउठायाजाएगा।-सर्वेशशुक्ला,मंडीसचिव।