संवादसहयोगी,सोलन:डॉ.वाइएसपरमारऔद्यानिकीएवंवानिकीविश्वविद्यालयनौणीकेअंतर्गतदोकृषिविज्ञानकेंद्रोंनेविश्वविद्यालयकानामरोशनकियाहै।कंडाघाटस्थितकृषिविज्ञानकेंद्रसोलनकोभारतीयकृषिअनुसंधानपरिषद(आइसीएआर)नेप्रदेशभरके13केंद्रमेंपहलास्थानदियाहै।इसकेअलावालाहुल-स्पीतिकेंद्रजोताबोमेंस्थितहै,कोभीप्रस्तुतिवर्गमेंदूसरेपुरस्कारसेसम्मानितकियाहै।
यहपुरस्कारआइसीएआरकेअंतर्गतकृषिप्रौद्योगिकीअनुप्रयोगअनुसंधानसंस्थान(अटारी)लुधियानानेहिमाचलप्रदेश,जम्मू-कश्मीरवउत्तराखंडकेकृषिविज्ञानकेंद्रोंकीऑनलाइनवार्षिककार्यशालाकेदौरानघोषितकिएहैं।ऑनलाइनहुएकार्यक्रममेंकृषिएवंकिसानकल्याणराज्यमंत्रीकैलाशचौधरीवभारतीयकृषिअनुसंधानपरिषदनईदिल्लीकेमहानिदेशकडॉ.त्रिलोचनमहापात्रभीमौजूदरहे।इसमौकेपरकृषिविज्ञानकेंद्रसोलनकेप्रभारीडॉ.डीपीशर्मानेसभीविज्ञानियोंवकर्मचारियोंकीसराहनाकी।उन्होंनेकुलपतिडॉ.परविदरकौशल,निदेशकअटारीवविश्वविद्यालयकेविस्तारशिक्षानिदेशकडॉ.पीकेमहाजनकाआभारजताया।
पिछलेवर्षकेंद्रनेजलशक्तिअभियानकेअंतर्गतजिलेमेंतीनराज्यस्तरीयकिसानमेलोंकाआयोजनकिया।इसकेअलावासेबकीनईकिस्मोंकाबगीचाकेंद्रमेंस्थापितकियाहै।वहीं,ताबोकेंद्रनेकमलागतमेंमटरवसेबकीपर्यावरणअनुकूलतकनीक,स्थानीयउत्पादोंकाप्रसंस्करणऔरसामुदायिकदृष्टिकोणकोबढ़ावादेनेकीओरप्रयासकियाहै।