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केंद्र का भवन जर्जर, भाड़े में चलाना मजबूरी

मसलिया:मसलियाप्रखंडक्षेत्रकेहरोरायडीपंचायतस्थितआंगनबाड़ीकेंद्रअत्यंतजर्जरहोनेकेकारणपिछलेपांचवर्षोसेभाड़ेकेघरमेंचलरहाहै।वित्तीयवर्ष1994-95मेंसुनिश्चितरोजगारयोजनान्तर्गतकरीब98,800रुपयेकीलागतसेनिर्माणकियागयाथा।परंतुअबतकमरम्मतनहींहोनेकेकारणकेंद्रअत्यंतजर्जरअवस्थामेंहै।केंद्रमेंनकोईदरवाजाहैनखिड़की।सीलिगझरकरगिररहाहै।छोटे-छोटेबच्चोंकेसाथकिसीप्रकारकाहादसानहोइसकेलिएसेविकारीतारानीनंदीबगलमेंहीभाड़ेकेघरपरकेंद्रकासंचालनकरनेकोमजबूरहैं।इससंबंधमेंअभिभावकसुराजमुनीमुर्मू,नीलोदेवी,पानमुनिमुर्मू,सरितामरांडी,रिनामुर्मू,रसोडीहांसदा,पाकूमरांडी,टेंशिलामुर्मू,सुमित्राटूडूकाकहनाहैकिमजबूरहोकरहमसबकोदूसरेकेघरमेंअपनेबच्चोंकोपढ़नेकेलिएभेजनापड़ताहै।जहांसहीढंगसेबच्चेबैठभीनहींपातेहैं।

बरसातकेसमयबच्चोंकोकाफीपरेशानीकासामनाकरनापड़ताहै।घरकेबरामदेमेंकेंद्रकासंचालनकियाजाताहै।ऐसेमेंबच्चोंकोपानीमेंभीगनाभीपड़ताहै।इससंबंधमेंसेविकानेपूछनेपरबतायाकिकेंद्रकीस्थितिअत्यंतजर्जरहोनेसेमजबूरहोकरदूसरेकेघरमेंकेंद्रकासंचालनकरनेकोमजबूरहैं।केंद्रमेंकुल40बच्चेनामांकितहैं।टीकाकरणकेसमयहोयाभोजनकेसमयबच्चोंकोकाफीकठिनाईकासामनाकरनापड़ताहै।छोटीसीजगहहोनेकेकारणबच्चेखेलकूदसेभीवंचितहैं।कहाकिइससंबंधमेंविभागकोलिखितसूचनाभीदियागयाहै,परंतुस्थितिजसकीतसहै।

इसकीसूचनाजिलाकार्यालयमेंदेदियागयाहै,परंतुकिसीप्रकारकीअबतकसुनवाईनहींहुईहै।

विमलादेवी,सीडीपीओ