संजयमिश्र,नईदिल्ली।पंजाबविधानसभाचुनावसेठीकपहलेपूर्वमुख्यमंत्रीकैप्टनअमरिंदरसिंहकानईपार्टीबनानेकाएलानकांग्रेसकेलिएनईअप्रत्याशितचुनौतीहोगी।कैप्टनभलेहीअपनेराजनीतिककरियरकेढलानपरहैं,लेकिनयहहकीकतभीहैकिसूबेमेंउनकीशख्सीयतकीएकअपीलरहीहै।चुनावमेंउनकीयहसियासीअपीलकांग्रेसकीसत्ताकीडगरमेंकांटेबिछासकतीहै।खासकरयहदेखतेहुएकिबीतेकरीबढाईदशककेदौरानजिनकुछराज्योंमेंकांग्रेसकेबड़ेक्षेत्रीयछत्रपोंनेबगावतकरपार्टीछोड़ी,उनराज्योंमेंपार्टीकीराजनीतिहाशिएपरचलीगई।बंगालमेंममताबनर्जी,महाराष्ट्रमेंशरदपवारऔरआंध्रप्रदेशमेंजगनमोहनरेड्डीइसकेज्वलंतउदाहरणहैं।
पंजाबकांग्रेसकामजबूतगढ़रहाहैऔरअगलेचुनावमेंभीअभीतकपार्टीसत्ताकीदौड़मेंमजबूतदावेदारमानीजारहीहै।अकालीदलकेसामनेसाखकासंकटहोनेऔरआमआदमीपार्टीकेपासचेहरानहींहोनेकोकांग्रेसचुनावमेंअपनेलिएमुफीदपरिस्थितिमानरहीहै।मगरकैप्टनकेकांग्रेसछोड़नईपार्टीकेबैनरतलेचुनावमेंकूदनेकीघोषणाकांग्रेसकेइसमुफीदमाहौलकेलिएचुनौतीबनेगीही।मुख्यमंत्रीचरणजीतसिंहचन्नीनेसत्ताकीगाड़ीकोचुनावीस्पीडमेंतोडालदियाहै,लेकिनप्रदेशकांग्रेसअध्यक्षनवजोतसिंहसिद्धूकाअभीतकजारीडांवाडोलरवैयापार्टीकीचुनावीरफ्तारकोथामेहुएहै।ऐसेमेंकांग्रेसकोनुकसानपहुंचानेकेइरादेसेचुनावीमैदानमेंउतरनेजारहेकैप्टनकोरोकनेकीसियासीरणनीतिपार्टीकेलिएबड़ीचुनौतीबनेगी।
क्षेत्रीयछत्रपोंकीबगावतकाअबतककाअनुभवकांग्रेसकेलिएकटुहीरहा
इसमेंसबसेप्रमुखउदाहरणममताबनर्जीकाहैजोकांग्रेसकीतेज-तर्रारबड़ीनेताकेरूपमेंस्थापितहोचुकीथीं,लेकिनतत्कालीनपार्टीनेतृत्वसेखफाहोकरउन्होंने1997केआखिरमेंपार्टीछोड़दीऔरजनवरी1998मेंअपनीनईपार्टीतृणमूलकांग्रेसबनाली।इसकेबादममताजैसे-जैसेसूबेमेंमजबूतहुईं,वैसे-वैसेकांग्रेसबंगालकीसत्ताकीमुख्यदौड़सेबाहरहोतीगई।2011मेंदीदीकेमुख्यमंत्रीबननेकेबादतोकांग्रेसकाग्राफलगातारनीचेहीगयाहै।बंगालकीविधानसभामेंपार्टीकेविधायकोंकीसंख्याजीरोहैतोसूबेकी42लोकसभासीटोंमेंसेउसकेपासकेवलदोसीटहैं।
पवारने1999मेंराकांपाकाकियागठन
शरदपवारनेभी1999मेंकांग्रेससेअलगहोकरराष्ट्रवादीकांग्रेसपार्टी(राकांपा)बनाईऔरइसकानुकसानकांग्रेसकोयहहुआकिमहाराष्ट्रजैसेबड़ेप्रदेशमेंपार्टीकेलिएराकांपासेगठबंधनउसकीसियासीजरूरतबनगईहै।बीतेदोलोकसभाचुनावमेंपार्टीकाप्रदर्शनबेहदखराबरहातोपिछलेविधानसभाचुनावमेंकांग्रेसमहाराष्ट्रमेंभाजपा,शिवसेनाऔरराकांपाकेबादचौथेनंबरकीपार्टीकेरूपमेंनीचेखिसकगईहै।
जगनने2011मेंनईपार्टीगठितकी
आंध्रप्रदेशमेंदिग्गजनेतापूर्वसीएमराजशेखररेड्डीकेबेटेजगनमोहनरेड्डीकेकांग्रेससेअलगहोकरवाइएसआरकांग्रेसबनानेकेकदमनेतोइससूबेमेंपार्टीकीसियासतकापूराडब्बाहीगोलकरदिया।मुख्यमंत्रीनहींबनाएजानेसेनाराजजगनने2011मेंवाइएसआरकांग्रेसबनाईऔरआंध्रप्रदेशकेबंटवारेकेबाद2014केलोकसभावविधानसभाचुनावमेंजगनकीपार्टीजहांमुख्यविपक्षीदलबनगई,वहींकांग्रेसशून्यपरपहुंचगई।2019केविधानसभाचुनावमेंदोतिहाईबहुमतकेसाथजगनआंध्रकेमुख्यमंत्रीबनगएऔरउनकीपार्टीनेसूबेकी25मेंसे22लोकसभासीटेंजीतीं।इससमयवाइएसआरकांग्रेसलोकसभामेंतृणमूलकांग्रेसकेसाथसंयुक्तरूपसेसंख्याबलकेहिसाबसेचौथीसबसेबड़ीपार्टीहै।वहीं,कांग्रेसपिछलेदोलोकसभावविधानसभाचुनावसेआंध्रमेंअपनाखाताभीनहींखोलपाईहै।ऐसेमेंपंजाबमेंकैप्टनकीनईपार्टीकीचुनौतीकांग्रेसकेसियासीजोखिममेंइजाफातोकरेगीही।