नईदिल्ली:जम्मू-कश्मीरमें15सालतकरहचुकेकिसीभीव्यक्तिकोअबकेंद्रशासितप्रदेशकास्थाईनिवासीमानाजाएगा.केंद्रसरकारनेबुधवारकोनवीनतमगजटअधिसूचनामेंयहबातकहीहै.अनुच्छेद370कोनिरस्तकरनेऔरराज्यकोदोकेंद्रशासितप्रदेशोंमेंविभाजितकरनेकेआठमहीनेबाद,सरकारनेस्थाईनिवासियोंकेलिएनएअधिवासकानूनजारीकिएहैं.जम्मू-कश्मीरसिविलसेवा(विकेंद्रीकरणऔरभर्ती)अधिनियमउसव्यक्तिकोस्थाईनिवासीपरिभाषितकरताहै,जोकेंद्रशासितजम्मू-कश्मीरमें15सालकीअवधितकरहचुकाहैयाउसनेसातसालतकवहांपढ़ाईकीहैऔरकक्षा10या12वींकीपरीक्षाकेंद्रशासितप्रदेशमेंस्थितशैक्षणिकसंस्थानसेदीहै.
इससेपहले,जम्मू-कश्मीरकेसंविधानके35एनेइसेएकस्थाईनिवासीकोपरिभाषितकरनेकाअधिकारदियाथा.यदिकिसीव्यक्तिकोकेंद्रशासितप्रदेशमेंराहतऔरपुनर्वासआयुक्तद्वाराप्रवासीकेरूपमेंपंजीकृतकियाजाताहै,तोउसेभीस्थाईनिवासीमानाजाएगा.धारा3एकेअंतर्गतइसपरिभाषामेंउनकेंद्रसरकारकेअधिकारियों,अखिलभारतीयसेवाकेअधिकारियों,पीएसयूकेअधिकारियोंऔरकेंद्रसरकारकेस्वायत्तनिकाय,सार्वजनिकक्षेत्रकेबैंक,वैधानिकनिकायोंकेअधिकारी,केंद्रीयविश्वविद्यालयोंकेअधिकारीऔरकेंद्रसरकारकेमान्यताप्राप्तअनुसंधानसंस्थानकेबच्चेशामिलहैं,जोजम्मू-कश्मीरमेंदससालकीअवधितकसेवाकीहैयामाता-पिताकेबच्चेजोइनसेक्शनमेंसेकिसीभीशर्तकोपूराकरतेहैं.”
परिभाषामेंआगेकहागयाहैकिउननिवासियोंकेबच्चेअपनेरोजगारयाव्यवसाययाअन्यव्यावसायिकयाव्यावसायिककारणोंकेसंबंधमेंजम्मू-कश्मीरकेबाहररहतेहैं,लेकिनउनकेमाता-पितापहलेप्रदानकीगईकिसीभीशर्तकोपूराकरतेहैं,वेभीस्थाईनिवासीबननेकेपात्रहैं.अधिनियमकेप्रावधानोंमेंआगेकहागयाहैकिअपनेक्षेत्रीयअधिकारक्षेत्रमेंतहसीलदारअधिवासप्रमाणपत्रजारीकरनेकेलिएसक्षमप्राधिकारीहोगा.अधिनियमकीधारा5एमेंआगेकहागयाहैकिकोईभीव्यक्तितबतकलेवलचारकेस्तरसेअधिककेवेतनमानवालेपदपरनियुक्तिकापात्रनहींहोगाजबतककिवहकेंद्रशासितप्रदेशजम्मू-कश्मीरकास्थाईनिवासीनहींहै.