मछरेहटा(सीतापुर):रामगढ़चीनीमिलकेक्रयकेंद्रजटपुरवा-बमेंहैंडपंपखराबपड़ाहै।किसानघरसेपानीकापानीबोतलमेंलातेहैं।किसानोंकेबैठनेकीकोईव्यवस्थानहींहै।अलावकेलिएबैगासलगीहै।सुबह,शामजलाईजातीहै।केंद्रपरगन्नाआपूर्तिकेलिएचारट्रकलगेहैं।रविवारकोदोदर्जनट्रालियांकेंद्रपरखड़ीथीं।कईकिसानोंनेदबीजुबानबतायाकिप्रतिट्रालीकिसानोंसे150से200रुपयेवसूलीकीजातीहै।जबकिट्रालीसेगन्नाउतारनेकीजिम्मेदारीमिलप्रबंधनकेजिम्मेहै।फिरभीकिसानोंसेउतराईकापैसालेलियाजाताहै।केंद्रपरट्रकोंकीसंख्याबढ़ेतोकिसानोंकोतौलकेलिएकईदिननलगें।
गन्नाकेंद्रपरकिसानोंकेलिएपानीवछायाकीसुविधाहोनीचाहिए।ट्रकोंकीसंख्याबढ़जाएतोकई-कईदिनकेंद्रपरनबितानेपड़ें।
सुधीर,फत्तेनगर
केंद्रपरसुविधाकमसमस्याएंअधिकहैं।चौकीदारतककोमिलनेकंबलवडंडानहींदियाहै।किसानोंकेलिएउनसेक्याअपेक्षाकीजाए।
गुड्डूतिवारी,सिकंदरपुरवर्जन-
गन्नाकेंद्रपरकिसानोंसेकोईवसूलीनहींहोतीहै।मिलउतराईकाशुल्कदेताहै।नलखराबथा,उसेठीककरादियागयाहै।प्रतिदिन800क्विटलगन्नामिलकोभेजतेहैं।
आशीषशुक्ला,गन्नाकेंद्रलिपिक-गन्नाकेंद्रोंपरकिसानोंकेलिएबेहतरसुविधाएंउपलब्धकराईजारहीहैं।सभीकेंद्रोंपरहैंडपंपलगाहै।छायाकेलिएटेंटलगेहैं।अलावजलानेकेनिर्देशदिएहैं।कोईसमस्याहैतोकिसानमुझेफोनकरें।
यूकेपाठक,गन्नामहाप्रबंधकरामगढ़चीनीमिल