• Home
  • चमकीले नेता पार्टी नहीं बनाते: हरीश रावत

चमकीले नेता पार्टी नहीं बनाते: हरीश रावत

उत्तराखंडमेंकांग्रेसकीसरकारबननेकेबावजूदमुख्यमंत्रीबननेसेवंचितरहगएपार्टीनेताहरीशरावतजुलाईसेगंगाकोलेकरनयाआंदोलनशुरूकरेंगे.इंडियाटुडेकेप्रमुखसंवाददाता पीयूषबबेलेसेबातचीतमेंरावतनेपार्टीकोकार्यकर्ताओंकीभावनाओंकोसमझनेकीनसीहतदेनेकेसाथहीयहस्वीकारकियाकिदेशमेंपार्र्टीकोखड़ाकरनेलायकनेतानहींहै.

विधानसभाचुनावसेपहलेलोगोंनेकहींनाकहींआपकोनेतामानकरकांग्रेसकोवोटदियाथा.चुनावकेठीकबादकाघटनाक्रमसबनेदेखा.उसकेबादसेआपकीदिल्लीकीराजनीतिमेंक्याबदलावआया?

मैं,उसकेबादजोबदलावआएहैं,उन्हेंमुस्कराहटकेसाथहृदयंगमकरसकताहूं.मैंकांग्रेसकाएकमामूलीकार्यकर्ताहूं.हमारीभीचीजोंकोसमझनेकी,रिएक्टकरनेकी,चीजोंकोमोल्डकरनेकीकुछसीमाएंहैं.मैंउससीमासेआगेनहींबढ़नाचाहताथा.मैंचाहताहूंकिपार्टीभीअपनेऐसेकार्यकर्ताओंकी,जिन्होंनेलेफ्ट-राइटदेखाहीनहीं,जिन्होंनेबिलकुलस्ट्रेटदेखाहै,उनकीभावनाओंकोसमझे.मेराअपनामाननाहैकिमैंपार्टीकोसामूहिकसंवेदनशीलताकाअव्ययमानताहूं.हमइससंवेदनशीलताकोसमझनेकाजितनाप्रयासकरेंगेउतनीहीहमारीस्थितिमजबूतहोगी.

उत्तरप्रदेशविधानसभाचुनावमेंराहुलगांधीकेप्रचारकेबावजूदकांग्रेसकाअनुभवबहुतखराबरहा.अबमध्यप्रदेशमें2013मेंचुनावहैं.वहांभीकोईनेतादिखनहींरहाहै.पहलेकांग्रेसमेंक्षेत्रीयस्तरपरभीनेताहुआकरतेथे,लेकिनअबनेतृत्वउभरनहींपारहाहै.जोउभरताभीहैतोउसकीजगहदूसरेनेतासामनेकरदिएजातेहैं.क्याइससेकांग्रेसकमजोरनहींहोरहीहै?

जबतकआपबुनियादीबातोंसे,सवालोंसे,भावनाओंसेजुड़ेनहींरहेंगे.आपएकअच्छेचमकीलेनेताहोसकतेहैं,आपएकवक्तकेबड़ेजबरदस्तआकर्षणहोसकतेहैं.लेकिनआपकिसीभीपार्टीयासंगठनकेनिर्मातानहींहोसकतेहैंयाबिल्डरनहींहोसकतेहैं.तोआजहमकोहरस्तरपरपार्टीबिल्डकरनेवालेलोगचाहिए.उसकेलिएधरातलीयजुड़ावबहुतआवश्यकहै.जबतकपार्टीउनसवालोंकोएड्रेसनहींकरेगीउनकेलिएरास्तामुश्किलहै.जोक्षेत्रीयदलहैंवेइसीलिएक्षेत्रीयभावनाओंकेप्रतीकबनतेजारहेहैं,क्योंकिराष्ट्रीयदलोंनेखुदकोइनमुद्दोंसेदूरकरलियाहै.

आपयेसवालपार्टीकेभीतरनहींउठाते?

कांग्रेसवर्किंगकमेटीमेंसारेमुद्देउठेहैं.पार्र्टीअध्यक्षनेस्वयंकांग्रेसकार्यसमिति(सीवीसी)मेंयहबातकहीहै.उन्होंनेकहाहैकिकार्यकर्ताजनतासेजुड़ें.

लेकिनअमलमेंतोऐसाकुछदिखाईनहींदेता.

कुछचीजेंअपभ्रंशहैं.अपभ्रंशराजनीतिमेंचलतेहैं,परवेप्रेक्टिसनहींबननेचाहिए.

जिसतरहसेविपक्षीपार्टीभाजपाकेएकविधायकसेसितारगंजसीटखालीकराईगई,क्यायहबहुतस्वस्थपरंपरामानीजाएगी?क्यासोनियागांधीइनचीजोंकोठीकसमझेंगी?

इसतरहकाइंप्रेशनगया.औरमैंसमझ्ताहूंकिसोनियाजीयाकांग्रेसपार्टीइसतरहकेकिसीप्रयासकोअच्छानहींमानेंगे.लेकिनभाजपाकाकोर्ईविधायकअसंतुष्टहोरहाहैऔरइस्तीफादेरहाहै,तोइसमेंकांग्रेसकुछनहींकरसकती.लेकिनकांग्रेसयहकरतीहुईनहींदिखाईदेनीचाहिएकिहममैन्युफैक्चरकररहेहैंयाइंजीनियरकररहेहैं.मेरातोअबभीमाननाहैकिपार्टीनेऐसानहींकियाहै.

सुनाहैकिगंगाकोलेकरउत्तराखंडमेंआपआंदोलनशुरूकरनेजारहेहैं?

जूनकेअंतयाजुलाईकेपहलेहफ्तेमेंबद्रीनाथ-केदारनाथजीकाआशीर्वादलेकरमैंयहआंदोलनशुरूकरूंगा.इसेहमने'गधेराबचाओ-गांवबचाओ'आंदोलनकानामदियाहै.उत्तराखंडमेंगधेराछोटीजलधाराओंकोकहतेहैं.मैंकांग्रेससेजुड़ारहाहूंइसलिएकांग्रेसकेकार्यकर्तामेरेज्यादाकरीबहैं.वैसेअच्छातोहोताकिमैंपूरेराज्यमेंयात्रानिकालता,लेकिनइससेकोईनयाविवादखड़ानहोजाए,इसलिएमैंअलग-अलगजगहोंपरजाकरजनसभाएंकरूंगाऔरलोगोंकोपर्यावरणबचानेकेलिएजागरूककरूंगा.