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बारिश और बिजली की कमी होने से किसान मायूस, फसलों की रंगत उड़ी

संवादसहयोगी,बाबैन:मानसूनकीवर्षानहोनेऔरबिजलीसप्लाईमेंजारीकटोंनेकिसानोंकीपरेशानियोंकोकाफीबढ़ादियाहै।ऐसेमेंकिसानोंकीधान,गन्नेवचारेकीफसलेंसूखनेकेकगारपरपहुंचगईहै।जिसेबचानाअबकिसानोंकेबससेबाहरहोनेलगाहै।

गांवबीडसूजराकेकिसानत्रिलोकचंदनंबरदारवझंडौलाकेकिसानसोमनाथसैनीकाकहनाहैकिइससालमानसूनकीवर्षासमयपरनहोनेसेकिसानोंकीधान,गन्ना,चारावअन्यफसलेंसूखनेकेकगारपरपहुंचगईहै।यदिजल्दीहीवर्षानहींहुईतोउनकीफसलेंबर्बादहोजाएगी।किसानोंनेसरकारसेबिजलीकीआपूर्तिप्रतिदिन18घंटेकरनेकीमांगकीहै,ताकिवेअपनीफसलोंकोबचासके।त्रिलोकचंदनेकहाकिउसनेआढ़तीसेब्याजपरपैसेलेकरखेतीकेलिएजमीनठेकेपरलीहुईहै।जोबिजलीकमआनेववर्षानहोनेकेकारणसूखनेकेकगारपरपहुंचगईहै।उन्होंनेकहाकियदिसरकारकिसानोंकीमददकेलिएआगेनहींआईतोधानउत्पादककुरुक्षेत्रजिलाकाकिसानबर्बादहोजाएगा।

उन्होंनेसरकारसेमांगकरतेहुएकहाकिसरकारकिसानोंकोधानकीफसलपरकमसेकम10हजाररुपयेप्रतिएकड़मुआवजादेनेकीघोषणाकरे,ताकिकिसानअतिरिक्तखर्चकरअपनीफसलोंकोबर्बादहोनेसेबचासके।

कृषिविभागकेअधिकारियोंनेबतायाकिइस1.21लाखहेक्टेयरमेंधानकीरोपाईकरनेकालक्ष्यरखागयाहै।मानसूनमेंदेरीऔरबिजलीकीआपूर्तिमेंबाधाआनेसेलक्ष्यपूराकरनेमेंपरेशानीआएगी।