जागरणसंवाददाता,सुपौल।जिलेमेंजैविकखेतीप्रोत्साहनयोजनाउदासीनताकीभेंटचढ़कररहगईहै।इसयोजनामेंजहांपिछलेतीनवर्षोंसेराशिकाअकालबनाहुआहै।वहींपूर्वमेंकिसानोंद्वाराबनाएगएवर्मीबेडकेअनुदानकीराशिउन्हेंनहींमिलपाईहै।जिससेकिसानअपनेकोठगामहसूसकरअनुदानराशिकेलिएकार्यालयकाचक्करलगारहेहैं।जिससेजिलेमेंजैविकखेतीपरब्रेकसालगगयाहै।दरअसलसरकारनेअंधाधुंधरासायनिकखादोंकाप्रयोगपरविरामलगानेकेलिएयहयोजनाशुरूकीथी।इसयोजनाकामकसदरासायनिकखादोंकेप्रयोगसेमिट्टीकीक्षीणहोरहीउर्वराशक्तिकोबचानाथा।परंतुराशिकेअभावकेकारणयोजनाधरातलपरउतरनेसेपहलेहीदमतोड़गई।योजनाकेतहतजैविकखेतीकेप्रतिकिसानोंकोजागरूककरनेकेसाथ-साथखेतीकेइसपद्धतिकोअपनानेवालेकिसानोंकोप्रोत्साहनराशिदीजातीथी।किसानजैविकखादकाउत्पादनकरइसकाउपयोगखेतोंमेंकरतेथे।हालांकिऐसेकिसानोंकीअपेक्षाकृतसंख्याकमहीथी।लेकिनदेखादेखीमेंकिसानोंकीसंख्याबढ़हीरहीथीकिराशिकेअभावकेकारणयोजनाविस्तारितहोनेसेपहलेहीदमतोड़गई।वर्तमानस्थितिहैकिजहांपिछलेवित्तीयवर्षोंसेइसयोजनाकानहीविभागकोलक्ष्यप्राप्तहुआहैऔरनहीराशि।जबकिइससेपूर्वयोजनाकेतहतजिनकिसानोंनेवर्मीबेडकानिर्माणकियाथाउसमेंसे140किसानोंकोआजतकअनुदानकीराशिनहींमिलपाईहै।
वित्तीयवर्ष2018-19केबादनहींआईराशि
जिलाकृषिकार्यालयसेमिलीजानकारीकेअनुसारवित्तीयवर्ष2018-19केबादइसयोजनामेंसरकारद्वाराराशिउपलब्धनहींकराईगईहै।वित्तीयवर्ष2017-18मेंइसयोजनाकेतहतजिलेमें235वर्मीबेडनिर्माणकालक्ष्यदियागयाथा।हालांकिलक्ष्यकोपूराकरलियागया,परंतु93किसानजिन्होंने465बेडकानिर्माणकियाथाउन्हेंआजतकअनुदानकीराशिनहींमिलपाईहै।इसीतरहवित्तीयवर्ष2018-19मेंकुल1600बेडनिर्माणकालक्ष्यविभागकोदियागयाथा।जिसमेंसे47किसानजिन्होंने235वर्मीबेडकानिर्माणकियाथा,उन्हेंआजतकअनुदानकीराशिभुगताननहींहोपाईहै।
पिछले3वित्तीयवर्षसेइसयोजनामेंनहींआईराशि
वित्तीयवर्ष2019-20,2020-21तथा2021-22मेंइसयोजनामेंसरकारद्वाराविभागकोनहीलक्ष्यदियागयाहैऔरनहीराशि।जिसकेकारणयहयोजनाजिलेमेंधारासाहीहोचुकाहै।परिणामहैकिकिसानजैविकखादकेबदलेरासायनिकखादोंकाउपयोगकरमिट्टीकीसेहतसेखिलवाड़कररहेहैं।किसानोंकाकहनाहैकिसरकारअन्यकईयोजनाओंमेंपैसेकोपानीकीतरहबहारहीहै।लेकिनकिसानोंसेजुड़ीयोजनाओंमेंउदासीनबनीहै।अनुदानकीव्यवस्थारहनेकेकारणकिसानोंकोवर्मीबेडनिर्माणमेंअधिकआर्थिकबोझनहींउठानापड़ताथा।
मिट्टीकीसेहतकोबचानेकातरीकाहैजैविकखेती
जैविकखेतीमेंरासायनिकउर्वरकोंकीटनाशकोंकेस्थानपरकुदरतीखादकाप्रयोगकियाजाताहै।इससेनकेवलभूमिकीपैदावारशक्तिलंबेसमयतकबनीरहतीहै।बल्किपर्यावरणभीसंतुलितरहताहै।इसीविधिसेउत्पादितफसलस्वास्थ्यकेलिएलाभप्रदमानाजाताहै।कृषिवैज्ञानिककेअनुसारजैविकखादकेप्रयोगसेपोषकतत्वपौधेकोकाफीसमयतकमिलताहै।इनखादकेप्रयोगसेदूसरीफसलकोभीलाभमिलताहै।रासायनिकखादकेमुकाबलेजैविकखादजमीनकीउर्वराशक्तिबढ़ानेमेंसहायकहोतीहै।
8वर्षपूर्वशुरूकीगईथीयहयोजना
करीब8वर्षपूर्वजैविकखेतीकोबढ़ावादेनेकेलिएसरकारनेजैविकखेतीप्रोत्साहनयोजनालागूकीथी।जिसकेतहतवर्मीकंपोस्टउत्पादनकरनेकेलिएबनाएजानेवालेबेडपरसरकारद्वाराप्रतियूनिट5000प्रोत्साहनकीराशिदेतीथी।जिसकेकारणकिसानआसानीसेबेडकानिर्माणकरखादकाउत्पादनकरइसकाउपयोगअपनेखेतोंमेंकरतेथे।लेकिनप्रोत्साहनराशिकाअकालपड़ाहै।जिससेजिलेमेंइसयोजनाकोब्रेकसालगगयाहै।
बोलेजिलाकृषिपदाधिकारी
जिलाकृषिपदाधिकारीसमीरकुमारनेकहाकिपिछलेतीनवित्तीयवर्षसेइसयोजनामेंनहीलक्ष्यप्राप्तहुआहैऔरनहीराशि।जहांतककिसानोंकेबकायाप्रोत्साहनराशिकासवालहैइसकेलिएविभागसेराशिकीमांगकीगईहै।राशिमिलतेहीकिसानोंकोप्रोत्साहनराशिउनकेखातेमेंदेदीजाएगी।